Digital wallet extra charge on more than ₹2,000 payment from 1 April 2023
Table of Contents
- 1 Digital wallet extra charge on more than ₹2,000 payment from 1 April 2023
- 2 1 अप्रैल 2023 से ₹2,000 से अधिक के भुगतान पर डिजिटल वॉलेट अतिरिक्त शुल्क।
- 3 UPI Payment पर चार्ज: क्या आपको देना होगा?
- 4 UPI Payment पर चार्ज किसको देना होगा?
- 5 UPI Payment पर चार्ज क्यों लगाया जा रहा है?
- 6 UPI Payment पर चार्ज से क्या असर पड़ेगा?
- 7 UPI पेमेंट पर चार्ज के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- 8 UPI पेमेंट पर चार्ज को लेकर कुछ भ्रांतियां:
- 9 निष्कर्ष
- 10 Frequently Asked Questions
1 अप्रैल 2023 से ₹2,000 से अधिक के भुगतान पर डिजिटल वॉलेट अतिरिक्त शुल्क।
1 अप्रैल आने वाला है और इसके साथ ही भारत का नया वित्त वर्ष भी, ऐसे में NPCI की तरफ से UPI Payment को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं, जिससे लोगों में कई भ्रातियां फैली हुई नजर आ रही हैं।
सरकार की क्या गाइडलाइंस है UPI को लेकर और विभिन्न ट्रांजेक्शन पर UPI का इस समय का क्या रूल्स और रेगुलेशन है आपको हम सब समझाएंगे।

UPI Payment को लेकर कई तरह की भ्रांतियां मौजूद हैं। NPCI की तरफ से कुछ बदलाव किए गए हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से..
UPI Payment पर चार्ज: क्या आपको देना होगा?
UPI भारत का सबसे लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है। इसे 2016 में लॉन्च किया गया था और यह भारत में डिजिटल भुगतान को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।यह तेज, सुरक्षित और सुविधाजनक है। हाल ही में, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI पेमेंट के लिए कुछ बदलाव किए हैं। NPCI ने UPI पेमेंट पर चार्ज लगाने के प्रस्ताव की घोषणा की थी। इन बदलावों के बारे में कई तरह की भ्रांतियां हैं। आइए इन बदलावों को और अधिक स्पष्ट रूप से समझते हैं कि UPI पेमेंट पर चार्ज किसको देना होगा और किसको नहीं।
UPI Payment पर चार्ज किसको देना होगा?
NPCI ने साफ किया है कि UPI Payment पर कोई चार्ज नहीं देना होगा। इसका मतलब है कि UPI ऐप का उपयोग करके किसी दूसरे व्यक्ति या कारोबारी को पैसे भेजने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। यह चार्ज UPI पेमेंट करने वाले ग्राहकों से नहीं लिया जाएगा, बल्कि कारोबारियों से लिया जाएगा।

UPI पेमेंट पर चार्ज केवल उन कारोबारियों को देना होगा जो UPI पेमेंट को डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्वीकार करते हैं। यानी कि अगर आप किसी शॉप पर QR Code स्कैन करके डिजिटल वॉलेट से पेमेंट करते हैं, तो उस शॉप ओनर को 2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर 1.1 प्रतिशत चार्ज देना होगा।
कैसे समझें
मान लीजिए आपने किसी शॉप पर QR Code स्कैन करके 5000 रुपये का पेमेंट किया है, तो कोई चार्ज नहीं लगेगा। लेकिन अगर आपने 4000 रुपये का पेमेंट QR Code स्कैन करके डिजिटल वॉलेट से किया है, तो शॉप ओनर को चार्ज देना होगा।
UPI Payment पर चार्ज क्यों लगाया जा रहा है?
UPI पेमेंट पर चार्ज लगाने का उद्देश्य UPI इकोसिस्टम को मजबूत करना है। NPCI का मानना है कि यह चार्ज UPI पेमेंट के लिए आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर की लागत को पूरा करने में मदद करेगा।
UPI Payment पर चार्ज से क्या असर पड़ेगा?
UPI पेमेंट पर चार्ज का असर केवल उन कारोबारियों पर पड़ेगा जो UPI पेमेंट को डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्वीकार करते हैं। ऐसे कारोबारियों को 2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर 1.1 प्रतिशत चार्ज देना होगा। यह चार्ज बहुत कम है और इसका ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
UPI पेमेंट पर चार्ज के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- UPI पेमेंट पर चार्ज केवल उन कारोबारियों को देना होगा जो UPI पेमेंट को डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्वीकार करते हैं।
- UPI पेमेंट पर चार्ज 2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर लागू होगा।
- UPI पेमेंट पर चार्ज बहुत कम है और इसका ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

UPI पेमेंट पर चार्ज को लेकर कुछ भ्रांतियां:
- कुछ लोगों को लगता है कि UPI पेमेंट पर चार्ज सभी को देना होगा। यह गलत है। UPI पेमेंट पर चार्ज केवल उन कारोबारियों को देना होगा जो UPI पेमेंट को डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्वीकार करते हैं।
- कुछ लोगों को लगता है कि UPI पेमेंट पर चार्ज 2000 रुपये से कम के पेमेंट पर भी लागू होगा। यह भी गलत है। UPI पेमेंट पर चार्ज केवल 2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर लागू होगा।
निष्कर्ष
UPI पेमेंट पर चार्ज लगाने का प्रस्ताव NPCI ने किया है। यह प्रस्ताव अभी भी विचाराधीन है। यह देखना होगा कि NPCI अंततः इस प्रस्ताव को लागू करता है या नहीं।
UPI पेमेंट पर होने वाले चार्ज के बारे में फैली हुई भ्रांतियों को दूर करने के लिए यह लेख लिखा गया है। उम्मीद है कि इससे आपको इन बदलावों को समझने में मदद मिलेगी।
Frequently Asked Questions
UPI Payment पर कब लगेगा चार्ज ?
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपने सर्कुलर में सुझाव दिया कि 2000 रुपये से अधिक के पेमेंट पर आपको 1.1 फीसदी का चार्ज लगेगा। सुझाव दिया गया है कि UPI से मर्चेंट ट्रांजैक्शंस पर प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स यानी PPI फीस लागू हो सकता है।
क्या होता है प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट (PPI) ?
NPCI के मुताबिक, यूपीआई इनेबल्ड ऐप्स पर सबसे ज्यादा पेमेंट बैंक अकाउंट टू बैंक अकाउंट बेस्ड ट्रांजैक्शन होते हैं. यूपीआई ट्रांजैक्शन में इनका हिस्सा 99.9% है. बाकी PPI मर्चेंट बेस्ड ट्रांजैक्शन होते हैं. लेकिन ये होता क्या है? RBI के Payment and Settlement Act, 2005 के तहत PPIs या Prepaid Payment Instruments ऐसे पेमेंट इंस्ट्रूमेंट होते हैं, जिनमें पहले से स्टोर वैल्यू के जरिए आप गुड्स या सर्विस खरीदते हैं या फिर फंड, फाइनेंशियल सर्विस या रेमिटेंस ट्रांसफर करते हैं. सीधे शब्दों में कहें तो ऐसे पेमेंट ऐप्स, जिनमें पहले से डाले गए पैसे, यानी वॉलेट या गिफ्ट कार्ड जैसे माध्यमों में डाले गए पैसे के जरिए आप कुछ खरीदते हैं, या ट्रांसफर करते हैं.
क्या होता है इंटरचेंज शुल्क ?
इंटरचेंज शुल्क भुगतान सेवा प्रदाताओं की ओर से वॉलेट जारीकर्ताओं जैसे कि बैंकों को दिया जाने वाला शुल्क है। ये वॉलेट मुख्य रूप से पेटीएम (Paytm), फोनपे ( PhonePe) और गूगल पे (Google Pay) जैसे ऑनलाइन भुगतान साधक हैं। इंटरचेंज शुल्क लेनदेन को स्वीकार करने, संसाधित करने और अधिकृत करने की लागत को कवर करने के लिए लगाने का फैसला लिया गया है।
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